बेतिया में पुलिस उलझ गई। पुलिस को जिस घर में आरोपी को गिरफ्तार करने जाना था, वहां जाने के बजाय sunday रात 1.30 बजे पुलिस किसी और के घर पहुंच गई। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को धक्का देकर घर से निकाल दिया। जिसका वीडियो भी सामने आया है।
मामला बलथर थाना क्षेत्र के मिलपरसा गांव का है। जहां मझौलिया पुलिस बलथर पुलिस की मदद से आरोपी को पकड़ने गई थी। लेकिन संदीप गिरि की जगह प्रसाद के घर में घुस गया। पुलिस पर घर में जबरन घुसने, दरवाजा तोड़ने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया गया है।
बेतिया में उलझी पुलिस
सूचना मिली थी कि आरोपी संदीप गिरी के घर में छिपा है। लेकिन पुलिस उनके घर जाने की बजाय संदीप प्रसाद के घर पहुंच गई और पीछे का दरवाजा तोड़ दिया।
बिना सर्च वारंट के पिटाई करने पर जेल जाने की धमकी दी। घर का सामान बिखेर दिया। पुलिस के इस रवैये से आक्रोश व्याप्त है।
संदीप के नाम से कोई कांड दर्ज नहीं हुआ
सूचना मिली थी कि आरोपी संदीप गिरी के घर में छिपा है। लेकिन पुलिस उनके घर जाने की बजाय संदीप प्रसाद के घर पहुंच गई और पीछे का दरवाजा तोड़ दिया। बिना सर्च वारंट के पिटाई करने पर जेल जाने की धमकी दी। घर का सामान बिखेर दिया। पुलिस के इस रवैये से आक्रोश व्याप्त है।
बलथर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि बलथर थाने में संदीप के नाम से कोई मामला दर्ज नहीं है। मझौलिया थाने की घटना के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस मिलपरसा स्थित संदीप गिरी के घर छापेमारी करने गई थी।
मझौलिया पुलिस को सहयोग करने के लिए बलथर थाने के चौकीदार व पेट्रोलिंग टीम को भेजा गया। इस दौरान ये लोग संदीप गिरी की जगह संदीप प्रसाद के घर में घुस गए।
अर्जुन गिरी हुआ फरार
उधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार थाना क्षेत्र के रामनगर बनकट गांव निवासी अर्जुन गिरी पिता रामक्षत्री गिरि के खिलाफ मझौलिया थाने में पुलिस से मारपीट व महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में अर्जुन गिरी फरार चल रहा है. पुलिस को सूचना मिली थी कि वह बलथर थाना क्षेत्र के मिलपरसा गांव में संदीप गिरी के घर में छिपा हुआ है। सूचना पर मझौलिया पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी पर निकली।