पश्चिमी चंपारण के नरकटियागंज: लाइन के भपसा नाला के पास पिलर नंबर 383 के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक तेंदुए की मौत हो गई. वन कर्मियों के मुताबिक तेंदुआ रेलवे ट्रैक पार कर जंगल के एक किनारे से दूसरे किनारे जा रहा था। तभी मालगाड़ी की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। वन कर्मियों के मुताबिक तेंदुए की उम्र करीब 4 साल बताई जा रही है।
वनकर्मी श्री अमित कुमार के अनुसार घटना की सूचना मदनपुर रेंज के वाल्मीकिनगर थाने के पास मिलते ही वीटीआर वनकर्मियों की टीम रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंची और तेंदुए के शव को कब्जे में लिया। मिली जानकारी के मुताबिक मृत तेंदुए का पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले वीटीआर में एक तेंदुए की मौत की खबर सामने आई थी।
बता दें कि रेलवे लाइन वीटीआर के मदनपुर रेंज से होकर गुजरती है। वीटीआर में बाघ, तेंदुआ समेत कई जानवर घूमते रहते हैं। यह ट्रैक जंगल से होकर गुजरता है और यहां इस तरह के हादसों की संभावना अक्सर बनी रहती है। सुबह लोगों ने ट्रैक पर तेंदुआ मृत पड़ा देखा तो इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।
रेलवे ट्रैक पार कर रहा था तेंदुआ
स्थानीय लोगों का कहना है कि वाल्मीकि नगर रेलवे स्टेशन से पनियाहवा रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे लाइन वीटीआर से होकर गुजरी है। इस कारण कई बार जंगली जानवर रेलवे ट्रैक को पार करते हुए नजर आ जाते हैं। कई बार ट्रेन की चपेट में आने से जंगली जानवरों की मौत हो जाती है। हालांकि रेलवे ने कई जगहों पर ट्रैक के दोनों तरफ बाउंड्री बना दी है, लेकिन इस रास्ते से गुजरने वाले नाले के पास ट्रैक के लिए जगह कम है, जिससे कोई न कोई जानवर चला जाता है. रविवार सुबह तेंदुआ इसी रास्ते से रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, तभी मालगाड़ी की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई।
बता दें कि रविवार सुबह वाल्मीकि टाइगर रिजर्व यानी अजात में ट्रेन की चपेट में गोरखपुर रेलखंड के पनियाहवा के बीच माडपुर के भपसा नाला पर बने रेलवे ट्रैक पर हुई. दरअसल, रेलवे लाइन वीटीआर के मदनपुर रेंज से होकर गुजरती है, जो बाघों और अन्य जंगली जानवरों के साथ-साथ तेंदुओं सहित अन्य प्रकार के जंगली जानवरों का घर है।आने से तेंदुए की मौत हो गई। घटना वाल्मीकि नगर रोड स्टेशन व नरकटियागंज।
तेंदुए का पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी
मदनपुर क्षेत्र प्रभारी रेंजर श्री उमेश कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में ले लिया गया है। शव को रेलवे ट्रैक से हटाकर दूसरी जगह रख दिया गया है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व चिकित्सक पहुंचकर कार्रवाई करेंगे। पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ट्रेन की गति और चालक की लापरवाही आदि की भी जांच की जा रही है। आपको बता दें कि पिछले साल की जनगणना में तेंदुओं की संख्या 98 थी। पिछले साल तीन तेंदुओं की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। इस साल अब तक 2 तेंदुओं की जान जा चुकी है।
महत्वपूर्ण स्थिरांकों के सम्बन्ध में अनेक प्रकार के नियम भी निर्धारित किये गये हैं जिससे कि जंगली सम्भावनाओं को कोई हानि न हो। लेकिन अब एक तेंदुए की मौत की वजह उसकी ट्रेन की चपेट में आना बताया गया है. मामले की जांच वन विभाग की टीम कर रही है।