Population of Bettiah: 2011 की जनगणना से लेकर 2025 में नगर निगम बनने तक का सफ़र

Population of Bettiah

Population of Bettiah: बेतिया, जो कभी एक सीमित क्षेत्रफल वाली नगर परिषद थी, आज तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या और शहरी विकास के साथ नगर निगम बन गई है। 2011 की विश्वसनीयता के अनुसार, बेतिया की कुल जनसंख्या (Population of Bettiah) लगभग 1,32,209 थी और यह शहर अपने पुराने आधिपत्य तक ही सीमित था।

लेकिन एक दशक में इस ऐतिहासिक शहर ने तेज़ी से विकास किया और इसके साथ ही इसकी भौगोलिक सीमा, जनसंख्या और संरचनात्मक विशेषताओं का भी काफ़ी विकास हुआ। शहर के विस्तार और जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए, बिहार सरकार ने 26 दिसंबर 2020 को बेतिया को नगर निगम (Nagar Nigam Municipal Corporation) का दर्जा दिया। पहले बेतिया में कुल 39 वार्ड थे, लेकिन नए क्षेत्र को जोड़ने के बाद यह संख्या बढ़कर 46 हो गई।

2025 तक बेतिया नगर निगम क्षेत्र की जनसंख्या (Population of Bettiah) लगभग 414,453 पहुँच चुकी है, यानी मात्र 14 वर्षों में तीन गुना वृद्धि। ये आँकड़े दर्शाते हैं कि बेतिया अब न केवल पश्चिम चंपारण ज़िले का मुख्यालय है, बल्कि उत्तर बिहार के प्रमुख उभरते शहरी इलाकों में से एक बन गया है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि पिछले एक दशक में किस तरह के बदलावों के संकेत मिले हैं।

पिछले कुछ वर्षों में बेतिया की जनसंख्या में वृद्धि (Population of Bettiah Past Few Years)

वर्ष (Year)अनुमानित जनसंख्या (Estimated Population)वृद्धि दर (Growth Rate)
20111,32,209+24.6%
20203,75,000 (अनुमान) Estimated+183.7%
20254,14,453 (अनुमान) Estimated+10.5%

2011 में बेतिया की जनसंख्या 1,32,209 थी, जो दस वर्षों में लगभग 25% की वृद्धि थी। इसमें 69,529 पुरुष और 62,680 महिलाएँ शामिल थीं। इस अवधि में शिक्षा, चिकित्सा और व्यावसायिक क्षेत्र में विस्तार के कारण आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन बढ़ा।

2020 तक बेतिया नगर परिषद को नगर निगम में बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। इस समय तक, शहर के बुनियादी ढाँचे के आसपास के कई उप-क्षेत्र इसमें शामिल हो गए थे। अनुमान के अनुसार, 2020 में बेतिया नगर क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 3.75 लाख तक पहुँच गई।

2025 के लिए नगर निगम क्षेत्र में नामांकन 414,453 स्वीकृत किया गया है। यानी 2011 की तुलना में यह संख्या काफ़ी बढ़ गई है। यह दर उत्तर बिहार के अन्य शहरों जैसे मोतिहारी, पशुपालन और बिहार से काफ़ी ज़्यादा है।

इस तीव्र वृद्धि के पीछे मुख्य कारण

  • प्रशासनिक सीमाओं का विस्तार और नगर निगमों का गठन
  • शैक्षणिक और चिकित्सा संस्थानों का विकास
  • आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन
  • बाज़ारों और व्यावसायिक अवसरों का विस्तार

बेतिया नगर निगम की यह जनसंख्या वृद्धि (Population of Bettiah) उत्तर बिहार में एक सामाजिक-आर्थिक ध्रुव केंद्र बनने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है।

2011 से 2025 तक बेतिया में लिंगानुपात

वर्ष (Year)पुरुष जनसंख्या (Male population)महिला जनसंख्या (Female population)प्रति 1000 पुरुष (Per 1000 males)
201169,52962,680902 महिला (Female)
2020 (अनुमान)1,95,000 लगभग1,80,000 लगभग923 महिला (Female)
2025 (अनुमान)2,14,000 लगभग2,00,453 लगभग936 महिला (Female)

2011 से 2025 के बीच बेतिया का लिंगानुपात 902 से बढ़कर लगभग 936 हो गया है। यह सुधार दर्शाता है कि सरकार और समाज द्वारा किए गए कुछ प्रयासों, जैसे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान, महिला स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और जन जागरूकता कार्यक्रमों का कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

हालाँकि, यह आँकड़ा अभी भी 1000 के बराबर नहीं है, जिसे एक आदर्श स्थिति माना जाता है। इसका अर्थ है कि समाज में अभी भी कई स्तरों पर सुधार की आवश्यकता है। महिला शिक्षा, रोज़गार में भागीदारी और सामाजिक सुरक्षा जैसी पहल इस लिंगानुपात को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं।

यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो आने वाले वर्षों में बेतिया एक अधिक सामाजिक रूप से संतुलित और समावेशी शहर बन सकता है। 2011 के भारत अवलोकन के अनुसार, बेतिया नगर परिषद क्षेत्र में प्रति 1,000 पुरुषों पर केवल 902 महिलाएँ थीं।

यह आँकड़ा सामाजिक असमानता का प्रतीक था और उस समय बिहार राज्य के औसत से काफ़ी कम था। इस विषम लिंगानुपात को अक्सर महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य लाभ और भेदभाव जैसे मुद्दों से जोड़ा जाता है। लेकिन बेतिया ने पिछले एक दशक में काफ़ी प्रगति की है।

बेतिया की धार्मिक समुदाय जनसंख्या (2025 अनुमान): Religious Population of Bettiah

धार्मिक समुदाय (Religion)आइसलैंड जनसंख्या (Estimated Population)प्रतिशत (Percentage)
हिंदू (Hindu)3,31,998 लगभग (Estimated)80%
मुसलमान (Muslim)41,445 लगभग (Estimated)10%
ईसाई (Christians)8,289 लगभग (Estimated)2%
अन्य (Others)33,721 लगभग (Estimated)8%

बेतिया शहर की लगभग 80% आबादी हिंदू है, जो बेतिया के सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है। हिंदू त्योहार, मंदिर और परंपराएँ यहाँ की संस्कृति का आधार हैं। मुस्लिम समुदाय अब लगभग 10% आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।

शहरीकरण, रोज़गार के अवसरों और सामाजिक एकीकरण के कारण इसमें वृद्धि हुई है। मुस्लिम समुदाय शिक्षा, व्यवसाय और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय है। ईद, रमज़ान और मुहर्रम जैसे त्यौहार यहाँ बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाए जाते हैं, जो बेतिया की सहिष्णुता को सलाम करता है।

जहाँ हिंदू और मुसलमान दोनों मिलकर त्योहार मनाते हैं। बेतिया की लगभग 2% आबादी ईसाई समुदाय की है, जो शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है। बेतिया समुदाय के सामाजिक विकास में चर्च और मिशनरी संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

Population of Bettiah की कुल जनसंख्या में सिख, जैन, बौद्ध आदि जैसे अन्य अल्पसंख्यक धर्मों की हिस्सेदारी लगभग 8% है, जो Population of Bettiah की संस्कृति को और समृद्ध बनाती है। ये समुदाय धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों के माध्यम से सामाजिक समरसता को बढ़ावा देते हैं।

इस प्रकार, बेतिया एक ऐसा शहर है जहाँ विभिन्न धर्मों के समुदाय एक साथ रहते हैं और शहर के सामाजिक विकास में अपनी भूमिका निभाते हैं। यह धार्मिक समरसता और सांस्कृतिक विविधता बेतिया को एक सशक्त और प्रगतिशील शहर बनाती है।

बेतिया जाति जनसंख्या 2025 (अनुमान): Bettiah Caste Population

जाति समूह (Caste Group)अनुमानित जनसंख्या (Estimated Population)प्रतिशत (Percentage)
ST (Scheduled Tribes) अनुसूचित जनजाति 2,500 Estimated0.6%
SC (Scheduled Caste) अनुसूचित जाति 26,100 Estimated6.3%
(General Category) सामान्य श्रेणी1,24,300 Estimated30%
(OBC+EBC) अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग2,61,100 Estimated63%

Total Population of Bettiah 2025 estimate 4,14,453

बेतिया शहर में हर जाति के लोग मिलजुल कर और खुशी-खुशी रहते हैं। यहाँ ज़्यादातर लोग ओबीसी और ईबीसी जातियों से हैं, यानी वे जो मज़दूरी, खेती या छोटा-मोटा व्यवसाय करते हैं। इनकी आबादी सबसे ज़्यादा है। इसके बाद सामान्य वर्ग के लोग आते हैं, जैसे ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार आदि।

ये लोग शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आगे माने जाते हैं और बेतिया शहर की आबादी में इनकी संख्या दूसरे नंबर पर आती है। एससी (दलित) समाज की आबादी बेतिया शहर की आबादी के लिहाज़ से तीसरे नंबर पर आती है, और धीरे-धीरे ये भी शिक्षा और रोज़गार के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। वहीं एसटी (आदिवासी) की संख्या बहुत कम है।

बेतिया में इनकी आबादी उनके बेटे की आबादी के हिसाब से चौथे नंबर पर आती है, जो ज़्यादातर गाँवों या आस-पास के इलाकों में रहते हैं। हर जाति के लोग अपने-अपने तरीक़े से इस शहर को आगे बढ़ा रहे हैं। कोई शिक्षा में, कोई व्यवसाय में, कोई नौकरी में, सबका अपना-अपना योगदान है।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *