बिहार में राजद R J D अपने संगठन को मजबूती देने के साथ ही भाजपा को जोरदार झटका देने की तैयारी में जुटा है। इस क्रम में भाजपा के कोर वोट बैंक को अपनी ओर करने की कवायद शुरू कर दी है।राजद R J D अपने पुराने चेहरे और पुराने गणित से युवा नेतृत्व को सुदढ़ करने की कवायद कर रहा है।
सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अपने मजबूत वोट बैंक को बरकरार रखने के जतन के साथ अब उसकी निगाह भाजपा के कोर वोट बैंक पर है। इसका ट्रेलर भी दिखाया जा चुका है। पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के साथ राजद R J Dअपने चेहरे को और भी स्पष्ट अंदाज में साफ करने में भिड़ा है।
अब्दुल बारी सिद्दीकी का यूं ही नहीं नाम लिया जा रहा
राजद R J D के संगठनात्मक चुनाव के साथ यह चर्चा तेज है कि अब जगदानंद की जगह अब्दुल बारी सिद्दीकी को राजद R J D का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। यह चर्चा यूं ही नहीं है। इसके मूल में राजद R J D का एमवाई समीकरण है तो है ही साथ में कई अन्य नजरिए से यह मामला आगे बढ़ा है। पिछले कई चुनाव चाहे वह विधानसभा का चुनाव रहा हो या फिर लोकसभा का, राजद R J D का एमवाई समीकरण ठोस तरीके से उसके साथ रहा है। इसका ख्याल रखते हुए इस बार एम या मुस्लिम को राजद R J D का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की बात चल रही है।
वोट बैंक के लिहाज यह कहा जा रहा कि भाजपा से अलग होने के बाद एम का रूझान नीतीश कुमार के प्रति भी बढ़ा है। इसकी वजह यह है कि एनडीए में रहने के बाद नीतीश कुमार की राय अल्पसंख्यकों से जुड़े मसले पर भाजपा से बिल्कुल ही अलग रही। जनसंख्या नियंत्रण को ले कानून की उन्होंने खुलकर आलोचना की थी। इसके अतिरिक्त अल्पसंख्यकों के लिए उन्होंने समय-समय पर कई योजनाएं भी शुरू की। यह भी नोटिस में लिया गया कि भाजपा के साथ रहते हुए उन्होंने अल्पसंख्यक समाज के अधिकारी को बिहार का मुख्य सचिव बनाया।
समीकरण पुराना और चेहरे भी पुराने
राजद R J D ने अपने पुराने समीकरण को गति देने के साथ-साथ अपने पुराने चेहरे को भी आगे करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। विधानसभा अध्यक्ष का पद हो या महागठबंधन की सरकार में अपने कोटे के मंत्रियों के चयन का मामला हो। इन सब में राजद R J D का पुराना समीकरण तो दिखा ही साथ ही साथ पुराने चेहरे भी प्रमुखता से दिखे। अब राजद R J D के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी यह बात सामने आ रही।
वोट बैंक पर निगाह भाजपा के कोर
राजद R J D की निगाह अब भाजपा के कोर वोट बैंक पर है। वैश्य समाज के माध्यम से वह इसमें सेंधमारी की तैयारी कर रहा। रामचंद्र पूर्वे तो राजद R J D के पुराने योद्धा रहे हैं। उन्हें फिर से पद दिया गया और साथ में समीर महासेठ को मंत्री पद दिया गया। जिला स्तर पर भी वैश्य समाज के नेताओं को आगे किया जा रहा।
बात भी याद की जा रही 1995 के जिन्न की
वर्ष 1995 के चुनाव में लालू प्रसाद यह कहा करते थे कि मतपेटी से जिन्न निकलेगा। बात अति पिछड़ा वर्ग के वोट को लेकर थी। तब इस जिन्न ने राजद की गोटी लाल कर दी थी। फिर से इस जिन्न पर नजर है।