हाल ही में बिहार शरीफ में रामनवमी के बाद, बिहार के 7 जिलों में जिस तरह साम्प्रदायिक दंगे भड़के उससे कई सवाल उठने लगे हैं, दरअसल यहां सवाल बिहार दंगों का नहीं था और न ही दोनों को काबू करने में यहां के प्रशासन की नाकामी का|
यकीनन यहां की पूरी कहानी और आजादी के बाद से बिहार में हुए दंगों का इतिहास भारत के बाकी स्टेट से अलग रहा है, बिहार न सिर्फ साम्प्रदायिक हिंसा बल्कि जातीय नरसंहार के लिए भी कुख्यात राज्य रहा है।
Bihar Riots 2023
आजादी के बाद से अब तक बिहार में कई छोटे-बड़े दंगे हो चुके हैं और एक रिपोर्ट के मुताबिक दंगों के मामले में बिहार सबसे आगे रहा है, पिछले कुछ सालों से बिहार में दंगों की संख्या में कमी आई है, लेकिन बता दें कि सांप्रदायिक दंगों के मामले में आज भी बिहार अव्वल नंबर का राज्य बना हुआ है,
जबकि बिहार के बाद कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्य भी आते हैं।
बिहार दंगा समाचार 2023
ये वही बिहार है जो देश को आजादी मिलने से पहले और बाद में भी दंगों की आग में जलता रहा है,बंटवारे के समय बिहार के दंगों में हजारो की तादाद मे लोग मारे गए थे। 1989 मे जो भागलपुर कांड हुवा था देश के सभी नागरिक भूले नहीं होंगे, जिसकी वजह से इसे देश के सबसे बड़े दंगों में गिना जाता रहा है. हाल ही मे रामनवमी के बाद बिहारशरीफ और सासाराम में साम्प्रदायिक तनाव इस कदर फैला कि कई दिनों के बाद उस पर प्रशासन ने काबू पाया, बता दें कि बिहारशरीफ में लगातार दंगों का इतिहास रहा है।